Raebareli: सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा का पर्चा भरा है. इसके साथ ही यह तय हो गया है कि वह इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी. हालांकि 2024 का लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा उन्होंने 2019 के चुनाव में ही कर दी थी. राजस्थान से राज्यसभा का पर्चा भरने के एक दिन बाद उन्होंने रायबरेली की जनता को एक भावुक पत्र लिखा है.
इस पत्र में अपने ससुर फिरोज गांधी, सास इंदिरा गांधी का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली में उनका परिवार अधूरा है और वह अधूरापन रायबरेली से पूरा होता है. पत्र में उन्होंने रायबरेली की जनता से भावुक अपील करते हुए परिवार को संभाल लेने की बात कही है. उन्होने कहा है कि उम्र औऱ स्वास्थ्य के कारण लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ रही हैं, इसलिए सीधे तौर पर जनती की सेवा करने का मौका नहीं मिलेगा लेनिक उनका नाता बना रहेगा.
पत्र का मजमून
रायबरेली के मेरे स्नेही परिवारीजन,
नमस्कार
मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है. वह रायबरेली आकर आप लोगों से मिल कर पूरा होता है. यह नेह- नाता पुराना है. अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह यह मिला है. रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं. आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर फिरोज गांधी को यहां से जिता कर दिल्ली भेजा था. उसके बाद मेरी सास इंदिरा गांधी को आपने अपना बना लिया. उसके बाद से अब तक यह सिलसिला जिंदगी के उतार- चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार एवं जोश के साथ आगे बढ़ता गया है. इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई. इसी रोशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी. सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आ गई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया. पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, मैं यह कभी नहीं भूल सकती. यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूं. मैं इस भरोसे को हरदम निभाने की कोशिश की है।
अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी. इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा. लेकिन, यह तय है कि मेरा मन, प्राण हमेशा आपके पास रहेगा. मुझे पता है कि आप हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही संभाल लेंगे, जैसे अब तक संभालते आये हैं.
बड़ों को प्रणाम. छोटों को स्नेह. जल्द मिलने का वादा.
सोनिया गांधी
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