Raebareli : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की चर्चा तेज है. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजनीतिक मैदान से वापसी का फैसला किया है, और वह अब राज्यसभा के माध्यम से राजनीति करेंगी. इस बीच कयास लगाये जा रहा हैं कि सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी रायबरेली से कांग्रेस उम्मीदवार हो सकती हैं. सोनिया गांधी ने अपने पत्र में इस बात का जिक्र किया था कि इस जिस प्रकार आपने मुझे अपना समर्थन दिया है उसी प्रकार मेरे परिवार को भी अपना समर्थन देंगे. राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के रायबरेली पहुंचने पर इस मसले पर कोई बड़ी घोषणा हो सकती है. माना जा रहा है कि रायबरेली में गांधी परिवार की विरासत को संभालने की जिम्मेदारी प्रियंका पर आ सकती है.
इधर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) रायबरेली में कांग्रेस को हराने का हर संभव प्रयास कर रही है. इसी समय, भाजपा ने भी रायबरेली से संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की है. उम्मीदवार पर गहराई से विचार किया जा रहा है. इससे पहले भाजपा कांग्रेस के अभेद्य मानेवाले गढ़ अमेठी को ध्वस्त कर चुकी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के राहुल गांधी को हरा कर किला ध्वस्त कर दिया था. भाजपा उसी रणनीति पर काम कर रही है. भाजपा स्मृति ईरानी जैसे ही किसी चेहरे को प्रियंका गांधी के खिलाफ रायबरेली से चुनावी मैदान में उतार सकती है. इस बार वहां रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है.
एक बार फिर चर्चा में स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी के नाम को लेकर एक बार फिर से चर्चा हो रही है. लेकिन एक सवाल यह भी है कि कि क्या वह अमेठी छोड़ कर रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं? चर्चा निर्मूल नहीं है. दरअसल, पिछले दिनों स्मृति ईरानी अमेठी के साथ-साथ रायबरेली में भी काफी सक्रिय रही हैं.
चौंका सकती हैं अदिति
इधर प्रियंका गांधी को रायबरेली से एक चुनौती मिल सकती है. वह नाम है अदिति सिंह का. अदिति पहले कांग्रेस में ही थीं, पर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था. रायबरेली सीट से पहली बार वे कमल खिलाने में कामयाब रही थीं. इस दौरान उन्होंने रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी को लड़ने की चुनौती थी. अब लोकसभा चुनाव में प्रियंका के रायबरेली से उतरने की स्थिति में भाजपा अदिति को उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है.